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Driver Onboarding Checklist: Hiring से पहले अनिवार्य दस्तावेज़ और Background Verification

भारत में ड्राइवर हायरिंग के लिए एक कॉम्पलाइंट-फ्रेंडली स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर
20 नवंबर 2025 by
Driver Onboarding Checklist: Hiring से पहले अनिवार्य दस्तावेज़ और Background Verification
PUNEET VERMA

ड्राइवर को नौकरी पर रखने से पहले ज़रूरी दस्तावेज़

यहां कुछ विश्वसनीय और प्रभावी तरीके दिए गए हैं:


पहचान प्रमाण (Identity Proof)

आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट आदि। udrivo.in+2tlc-hub.com+2

इससे ड्राइवर की पहचान और पते की पुष्टि होती है।

पता प्रमाण (Address Proof)

बिजली का बिल, पानी का बिल, आधार में एड्रेस, वोटर कार्ड आदि मान्य हो सकते हैं। udrivo.in

यह सुनिश्चित करता है कि ड्राइवर का स्थायी पता ट्रेस किया जा सकता है।

ड्राइविंग लाइसेंस

वैध ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए और उस लाइसेंस की श्रेणी (LMV, HMV, इत्यादि) देखनी चाहिए कि वह आपकी कंपनी के वाहनों को चला सकता है। artisanconsulting.in+1

लाइसेंस की वैधता और एक्सपायरी डेट चेक करें।

RTO से लाइसेंस की प्रामाणिकता सत्यापित करना संभव हो तो करें। artisanconsulting.

पिछला अनुभव / नियोक्ता संदर्भ (Employment / Experience References)

ड्राइवर से उसके पिछले नियोक्ताओं का नाम, संपर्क दें और उनसे कॉल करके या ई-मेल से अनुभव और व्यवहार की पुष्टि करें। artisanconsulting.in

यह न केवल ड्राइविंग स्किल दिखाता है, बल्कि यह भी कि ड्राइवर भरोसेमंद था या नहीं।

पुलिस वेरिफिकेशन / क्रिमिनल रिकॉर्ड

ऑन-डिमांड ड्राइवर कंपनियों के लिए पुलिस वेरिफिकेशन बहुत महत्वपूर्ण है। भारत में मोटर-परिवहन मंत्रालय (MoRTH) ने भी सलाह दी है कि ड्राइवर की पृष्ठभूमि की जाँच (antecedent verification) होनी चाहिए। Ministry of Road Transport & Highways

लोकल पुलिस स्टेशन से “Character Certificate” या “Police Verification Certificate” लिया जा सकता है।

बैंक खाता / वित्तीय जानकारी

काम पर पेमेंट के लिए ड्राइवर का बैंक खाता डिटेल लेना चाहिए।

MoRTH एडवाइजरी में ड्राइवर का बैंक खाता (KYC) लेने की बात कही गई है। Ministry of Road Transport

फोटो (Passport Size)

हाल की फोटो लें — पहचान और रिकॉर्ड के लिए बहुत उपयोगी है। TLC-Hub जैसा प्लेटफॉर्म भी फोटो मांगता है। tlc-hub.com


मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट

कुछ इंडस्ट्री स्टैंडर्ड या नियमों में मेडिकल टेस्ट (आंख की जांच, BP, शुगर आदि) अनिवार्य होता है, खासकर बड़े वाहनों या विशेष प्रकार के ड्राइवरों के लिए। gasassociation.in

ड्रग स्क्रिनिंग (नशीले पदार्थों की जाँच) भी जरूरी हो सकती है। gasassociation.in

आपातकालीन संपर्क सूचना (Emergency Contact)
  • ड्राइवर के दो-तीन परिवारजन या नजदीकी व्यक्तियों की संपर्क जानकारी लें। यह न केवल सुरक्षा कारणों से ज़रूरी है, बल्कि दुर्घटना या अन्य स्थिति में मदद करता है। MoRTH एडवाइजरी में यह भी शामिल है। Ministry of Road Transport & Highways

जोखिम और सावधानियाँ

  • सिर्फ पुलिस वेरिफिकेशन पर निर्भर न रहें। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पुलिस वेरिफिकेशन कमजोर हो सकता है। The Times of India

  • दस्तावेज़ फर्जी होने की संभावना हो सकती है — हमेशा स्रोत चेक करें (उदाहरण के लिए, लाइसेंस का रजिस्ट्रेशन नंबर RTO से मिलाएं)।

  • नियमित री-चेक: ड्राइवर को नियमित अंतराल (जैसे सालाना) पर पुनः वेरिफाइ करना चाहिए, खासकर अगर वह दीर्घकालिक कर्मचारी है।

  • डेटा प्रोटेक्शन: ड्राइवर की निजी जानकारी (जैसे बैंक खाते, पता, फोन नंबर) को सुरक्षित रखें और केवल उन लोगों तक पहुंच दें जिन्हें ज़रूरत हो।